रिलीफ मेडिकल वैन का चीफ डायरेक्टर ने की जांच, बेहतर साफ-सफाई के दिए निर्देश

रायगढ़। बिलासपुर डिविजन के चीफ मेडिकल डायरेक्टर पीके सरदर शनिवार को रेलवे स्टेशन सहित रिलिफ मेडिकल वेन का निरीक्षण किया, इस दौरान आपात कालिन दुर्घटना होने पर यात्रियों को दी जाने वाली मेडिकल व्यवस्था का जायजा लिया, साथ ही कर्मचारियों को हिदायत दिया कि रिलिफ वेन की व्यवस्था में किसी तरह की कमी नहीं रहनी चाहिए, ताकि कोई आपात काल दुर्घटना हो तो यात्रियों को पूरी लाभ मिल सके।
गौरतलब हो कि विगत दो दिन से बिलासपुर जोन के चीफ मेडिकल डायरेक्टर (सीएमडी) पीके सरदर रायगढ़ दौरे में आए हुए थे, इस दौरान शुक्रवार को रेलवे अस्पताल का निरीक्षण किया और वहां फैली अव्यवस्था को सुधार करने का निर्देश दिया। साथ ही शनिवार को रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने की तैयारी थी, जिससे सुबह से रेलवे अधिकारियों द्वारा प्लेटफार्म सहित स्टेशन के बाहर साफ-सफाई में लग गए थे, वहीं दोपहर करीब १२.३० बजे सीएमडी पीके सरदर स्टेशन पहुुंचे, इस दौरान सबसे पहले स्टेशन के मुख्य द्वारा की सफाई व्यवस्था को देखा, इसके बाद प्लेटफार्म सहित यात्रियों के बैठक व्यवस्था का जायजा लेते हुए कहा कि इसकी निरंतर साफ-सफाई अच्छे से किया जाए, साथ ही प्लेटफार्म के स्टालों में बिकने वाले खाद्य पदार्थों का समय-समय पर जांच करने का निर्देश देते हुए कहा कि इसका मेन्यू फेक्चरिंग व एक्सपायरी डेट का ध्यान रखा जाए, ताकि ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्रियों को किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
रिलिफ वेन का किया जांच
सीएमडी ने स्टेशन के जांच के बाद रिलिफ वेन के जांच के लिए पहुंचे, जहां फायर सेफ्टी का निरीक्षण किया, फिर तात्कालिक उपचार के लिए रखे दवाईयां व अन्य मेडिकल व्यवस्था का जांच किया। इस दौरान कई कमियां पाई भी गई। जिससे अधिकारियों को तत्काल दुरुस्त करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अभी भी कोरोना संक्रमण् का खतरा टला नहीं है, ऐसे में रिलिफ वेन को हमेशा अप-टू-डेट रखना है, ताकि कोई समस्या आए तो तत्काल यात्रियों को इसका लाभ मिल सके। वहीं बीपी मशीन सहित अन्य मेडिकल उपकरणों का जांच किया।
वेंडरों का मेडिकल जांच करने के निर्देश
इस संबंध में रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार के स्टालों व वेंडरों का मेडिकल सर्टिफिकेट की जांच के लिए निर्देश दिया है। साथ ही साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा। ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।