मिलजुलकर एका के साथ धूम धाम से श्री अग्रसेन जयंती मनाने का निर्णय

पुष्पक होटल में आयोजित बैठक में लिया अग्र बंधुओ ने निर्णय

रायगढ़ । महाराजा अग्रसेन जयंती आयोजन समारोह के संयोजक सुरेश गोयल व अध्यक्ष अनूप रतेरिया के आह्वान पर आज होटल पुष्पक में अग्र बंधुओ की बैठक हुई जिसमें समाज के वरिष्ठ जन महिलाए व युवा भारी संख्या में शामिल हुए । बैठक में समवेत स्वर में आगामी जयंती को मिलजुलकर एका के साथ धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया गया साथ ही मंचासीन अग्रजनों ने समवेत स्वर में कहा कि महाराजा अग्रसेन के वंशज सामाजिक एका हेतु तन मन सहित धन के समर्पण के लिए पहचाने जाते है । बैठक के दौरान इस बात पर नाराजगी जताई गई कि कोरोना काल के पूर्व राम बाग में चुनाव की अप्रिय स्थिति को टालने हेतु समाज के वरिष्ठ जनों को उपस्थिति में दोनो पक्षों के मध्य लिखित समझौता हुआ जिसके तहत वर्तमान अध्यक्ष मुकेश मित्तल का कार्यकाल जारी रखने की बात शामिल थी । इसके अलावा जयंती के आयोजन हेतु सुरेश गोयल व अध्यक्ष अनूप रतेरिया को संयोजक व अध्यक्ष की जवाबदारी दी गई । दोनो पक्षों के मध्य इस बात पर भी लिखित सहमति बनी कि वर्तमान अध्यक्ष मुकेश मित्तल के कार्यकाल के बाद सुरेश गोयल की अध्यक्ष पद पर नियुक्ति होगी । उक्त लिखित समझौते का सम्मान उभय पक्षों ने किया । समझौते में अनुसार मुकेश मित्तल अध्यक्ष बने रहे और सुरेश गोयल एवं अनूप रतेरिया के नेतृत्व में कोरोना काल के दौरान भी ऑन लाइन जयंती का सफल आयोजन किया गया । कोरोना काल के बाद सेवा संघ के अगले अध्यक्ष के चयन हेतु लिखित समझौते के पालन करने की बजाय बिना नियमों का पालन किए आनन फानन में हड़बड़ी में चुनाव कराने का निर्णय थोप दिया गया । अधिकांश सदस्य चुनाव के पक्ष में नहीं थे । राम बाग में लिए गए लिखित समझौते को नही मानना सीधे तौर पर लिखित किए गए समझौते का उलंघन है । अग्र समाज के लिए वचन बद्धत्ता सबसे बड़ी संपति मानी जाती है । लिखित समझौते का पालन नहीं करने से भविष्य में कोई भी व्यक्ति किसी की बात में विश्वास नहीं करेगा । इससे आपसी भाईचारे में कमी आयेगी और आपस में अविश्वास का वातावरण निर्मित होगा । अग्रजनो की पहचान अपनी वचन बद्धता के लिए है । अग्र समाज की वचन बद्धता सर्व समाज के लिए अनूठी मिशाल मानी जाती है । लिखित समझौते का पालन करते हुए यदि अध्यक्ष पद पर नियुक्ति की जाती तो चुनाव व चुनाव की वजह से उत्पन्न विवाद की स्थिति को टाला जा सकता था । होटल पुष्पक में आयोजित बैठक के दौरान सभी पक्षों को साथ लेकर धूम धाम से भव्य रूप से जयंती मनाने का निर्णय लिया गया । जयंती हेतु सेवा संघ से साथ देने की बात कही गई जिससे समाज में एकता का संदेश प्रचारित हो सके । बैठक के दौरान सभी अग्र संगठनों को विश्वास में लेकर आपसी सहमति बनाकर जयंती की रूप रेखा बनाए जाने को रूप रेखा बनाई गई । इस बैठक में मंचासीन अग्र जनों में निर्मल अग्रवाल ने सेवा संघ के इतिहास की जानकारी देते हुए बताया कि सेवा संघ जयंती के आयोजन से दूरी बनाकर रखता था साथ ही हर वर्ष जयंती का भार आयोजन समिति के कंधो पर दिया जाता था । इस मामले में बजरंग बी के ने कहा कि जयंती के आयोजन के पहले अग्र समाज से जुड़ी सभी संस्थाओं के मध्य सामान्य मीटिंग अवश्य होनी चाहिए । राम बाग में दोनो पक्षों के मध्य हुए समझौते का पालन नही किए जाने पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि अग्र समाज वचन बद्धता के लिए प्रसिद्ध है । उसेवा संघ में बदलाव की बातो को भी दोहराया । अग्रवाल सम्मेलन के प्रांतीय पदाधिकारी संतोष अग्रवाल ने कहा चार दशकों से सेवा संघ में चली आ रही परंपरा का पालन हम सभी को करना चाहिए । हठ धर्मिता का मार्ग छोड़कर सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाए ताकि समाज के अग्र वंशियो में प्रेम आपसी सदभावना का सन्देश प्रचारित हो सके । राम बाग में हुए लिखित समझौते को अमल में लाया गया होता तो निश्चित तौर पर चुनाव व वाद विवाद की अप्रिय स्थिति को टाला जा सकता था । चुनाव की प्रक्रिया को भी संतोष अग्रवाल ने कहा कि पारदर्शिता का अभाव भी चुनाव के दौरान विवाद का कारण रहा । सेवा संघ के लंबे समय तक अध्यक्ष रहे स्वर्गीय मातूराम जी के बेटे पुरुषोत्तम अग्रवाल ने भी एका के साथ जयंती मनाए जाने की आवश्कता जताई । पिता मातूराम जी द्वारा बनाए गए नियम का हवाला देते हुए कहा कि जयंती हेतु पृथक से आयोजन समिति का गठन किया जाता है । मारवाड़ी महिलाओ की संस्था की प्रदेश पदाधिकारी श्रीमती रेखा महमिया ने कहा कि महिलाओ के लिए जयंती का विशेष महत्व होता है । जयंती मिलजुलकर प्यार से मनाए जाने की आवश्यकता भी जताई ।
एका में शक्ति बताते हुए बटवारे की विचारधारा को अनुचित बताया । छग चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश पदाधिकारी एवं सांझा चूल्हा समिति के सदस्य सुशील रामदास ने कहा कि वचन बद्धता के लिए अन्य समाज अग्र समाज का अनुसरण करते है । राम बाग में चुनाव को टालने के लिए वरिष्ठ जनों ने लिखित सहमति बनाई थी लेकिन उस पर अमल की बजाय चुनाव किया जाना दुर्भाग्य जनक है । चुनाव की वजह से समाज में बंटवारा होता है साथ ही एकता प्रभावित होती है । सामाजिक कार्यों का संपादन चुनाव के बिना आम सहमति के जरिए होना चाहिए । जयंती का मूल उद्देश्य एक छत के नीचे अग्र बंधुओ को एकत्र करना होता है । रायगढ़ अग्र समाज की तारीफ पूरे प्रदेश में है । रायगढ़ में पृथक पृथक विचारधारा से जुड़े राजनैतिक दल के पदाधिकारी भी एक मंच में बैठते है । मिलजुलकर एका के साथ भव्य रूप से जयंती मनाने का आह्वान किया । एकला चलो की नीति को घातक बताते हुए सार्वजनिक जीवन में पारदर्शिता को भी आवश्यक बताया । भाजपा के वरिष्ठ नेता विकास केडिया ने भी मौजूदा स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि वे भी आयोजन समिति के अध्यक्ष रहे है । सभी को साथ लेकर चलने से आपसी सदभाव का वातावरण बनता है । सार्वजनिक संस्थाओं में मैं की बजाय हम की भावना से काम होना चाहिए । सेवा संघ के नैतिक मूल्यों की रक्षा का दायित्व सभी अग्र जनों का है । पूर्व पार्षद एवम आयोजन समिति के अध्यक्ष अनूप रतेरिया में भी राम बाग के हुए लिखित समझौते को मान्य नहीं किए जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि संस्था से सभी को जोड़े जाने का प्रयास करना चाहिए । समाज की अंतिम पंक्ति में खड़ा अग्र बंधु भी सेवा संघ से स्वय को जुड़ा हुआ महसूस करे तभी सेवा संघ का उद्देश्य पूरा होगा । देह दान व नेत्र दान से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता दीपक डोरा ने स्मरण दिलाते हुए कहा कि सेवा संघ लंबे समय तक जयंती के आयोजन हेतु फंड उपलब्ध कराती रही । जयंती के आयोजन का भार हर बार अलग अलग व्यक्ति या संस्था को दिया जाता था । चुनाव से दूर यह संस्था सबको साथ लेकर चलती थी । महाराजा अग्रसेन के नैतिक मूल्यों की रक्षा सही मायने में तभी होगी जब हर अग्र वंशी अपनी जुबान पर अडिग रहे । त्रिलोक महमिया ने कहा कि समय के साथ बदलाव आवश्यक है । नए विचार व नई ऊर्जा के लोग जुड़ेंगे तो निश्चित ही इसका लाभ समाज को मिलेगा । युवा सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश निगानिया व राजा जैन ने कहा कि सेवा संघ से उनका भावनात्मक नाता है । समाज से ऊपर कोई नही है l लिखित समझौते को अमल में नहीं लाए जाने से छवि पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है l युवा लोगो को जोड़े जाने की आवश्यकता भी जताई । बैठक के दौरान शताधिक अग्र बंधुओ ने समवेत स्वर में धूम धाम व एका के साथ जयंती मनाने का निर्णय लिया साथ ही पूरी ताकत से बदलाव का पक्ष लिया । बैठक के दौरान सभी जोन के सक्रिय सदस्य आयोजन समिति से जुड़े पूर्व पदाधिकारी सहित शहर के गणमान्य जन महिलाए युवा मौजूद रहे ।

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