महिला सांसद को राम महोत्सव में निमंत्रण नही देना आदिवासियों का अपमान – उमेश अग्रवाल

राष्ट्रपति से नए संसद भवन के उद्घाटन की मांग करने वाली कांग्रेस ने चुनी हुई आदिवासी महिला सांसद की कर दी उपेक्षा
राम की आराधना से राजनैतिक लाभ लेने का नापाक प्रयास
रायगढ़ । आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के जरिए नए संसद भवन के उद्घाटन की मांग कर बहिष्कार करने वाली कांग्रेस ने रायगढ़ में आयोजित राम महोत्सव में चुनी हुई आदिवासी महिला सांसद को निमंत्रण नही भेज कर पूरे आदिवासियो समाज का अपमान किया है। प्रोटोकाल के तहत चुनी हुई सांसद को विधिवत निमंत्रण भेजा जाना चाहिए । जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने कहा राम की आराधना से आगामी चुनाव के दौरान राजनैतिक लाभ लेने का ओछा प्रयास कांग्रेस ने किया है।आदिवासी महिला सांसद को निमंत्रण नही भेजा जाना सबके है राम को सिर्फ मेरे है राम के दायरे में सीमित किए जाने की कोशिश है।उमेश अग्रवाल ने कहा भगवान राम भाजपा के लिए आराध्य है । राम मंदिर के निर्माण से लेकर राम सेतु को काल्पनिक बताए जाने एवम राम मंदिर के निर्माण हेतु कोर्ट में चलने वाले मामले में कांग्रेस सोने की लंका के रावण की भूमिका में नजर आईं।भरोसे की सरकार का दावा करने वाली यह सरकार चुनाव नजदीक आते देख राम भरोसे सरकार बन गई। इस आयोजन में आदिवासी महिला सांसद गोमती साय को निमंत्रण नही भेजे जाने से कांग्रेस ओछी मानसिकता आम जनमानस के सामने उजागर हो गई। आदिवासी महिला राष्ट्रपति से नए संसद भवन के उद्घाटन की मांग कर समारोह तक का बहिष्कार करने वाली कांग्रेस ने राम के नाम पर हुए राष्ट्रीय महोत्सव में क्षेत्र की चुनी हुई आदिवासी महिला सांसद को बुलाना तक मुनासिब नहीं समझा। कांग्रेस भवन कार्यालय से कांग्रेसी नेताओ, प्रशानिक अधिकारियो के परिजनों सहित खासम खास लोगो को वीआईपी पास वितरित किया गया।आम आदमी और सेवाभावी संस्था लोगो को दूर कर सबके है राम को अपने है राम बताने का प्रयास किया गया।