बाहरी व्यक्ति को राज्यसभा सदस्य बनाना छत्तीसगढ़ महतारी का अपमान …

ओपी ने कहा -छत्तीसगढ़िया वाद की आड में माफियाराज को बढ़ावा दे रही सरकार
रायगढ़ । प्रदेश सह प्रभारी नितिन नवीन द्वारा छत्तीसगढ़ी महतारी के बयान को लेकर कांग्रेस द्वारा उनका पुतला दहन किए जाने के मामले में भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि करोड़ों छत्तीसगढ़िया भाई बहनों की बजाय बजाय बाहरी लोगो को राज्यसभा सदस्य बनाया जाना छत्तीसगढ़ी महतारी का अपमान है । भूपेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा छत्तीसगढ़िया वाद की आड़ में भूपेश सरकार हर क्षेत्र में माफियाओं को बढ़ावा दे रही है । छतीसगढ़िया वाद के नाम पर ढोंग नौटंकी व राजनीति करने का आरोप लगाते हुए भाजपा मंत्री ने कहा छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करने के लिए उन्होंने ने भी कलेक्टर छोड़कर सरकारी सेवा के शेष 23 बरस राजनीति को समर्पित किया है । कोयला , शराब , रेत , भर्ती, भू अर्जन सहित ऐसा कोई क्षेत्र नही जहां सरकार छत्तीसगढ़िया वाद की आड़ में माफियाओं को बढ़ावा देकर छत्तीसगढ़ी भाई बहनों के हितों के साथ खिलवाड़ नही कर रही है । भाजपा के प्रधान मंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेई को छत्तीसगढ़ महतारी का सच्चा हितैषी बताते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के बाद सन 2000 तक अधिकांश समय केंद्र व मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकारे रही । छत्तीसगढ़ महतारी की चिंता करने वाले बताए कि कांग्रेस ने पृथक छत्तीसगढ़ राज्य गठन हेतु क्या प्रयास किया ? भाजपा ने छत्तीसगढ़ को मध्यप्रदेश से पृथक कर करोड़ों छत्तीसगढ़ी भाई -बहन के हृदय में छत्तीसगढ़ी महतारी की प्रतिमा को सही मायने में स्थापित किया । पृथक राज्य के गठन के बाद पंद्रह सालो की सत्ता के दौरान भाजपा ने छत्तीसगढ़ को बीमारू राज्य की पंक्ति से निकाल कर विकासशील राज्यो की पंक्ति में ला खड़ा किया । भाजपा ने ही छत्तीसगढ़ी महतारी का सही मायने में सम्मान किया है । अपनी जवाबदारी से मुंह चुराने वाली कांग्रेस किस मुंह से छतीसगढ़ी महतारी के सम्मान की बात कर रही है ? छत्तीसगढ़िया वाद की आड़ में भोले भाले आदिवासियों के हक मारने का काम भूपेश सरकार ने किया है । प्रदेश के आदिवासी भाई बहनों का आरक्षण 32% से घटकर 20% हो गया । आरक्षण के इस कमी को लेकर छत्तीसगढ़ी महतारी के आंखो के आंसुओ को कौन पोछेगा । भाजपा की ओर से ओपी चौधरी ने प्रदेश की जनता को यह विश्वास दिलाया कि एक साल बाद चुनाव होने वाले है और इसके बाद भाजपा ही प्रदेश को माफियाओं से मुक्त कराकर छग महतारी के आंखो से आंसुओ को पोछने का काम करेगी । छत्तीसगढ़िया वाद की राजनीति के जरिए माफियाओं की वजह से हो रही अवैध वसूली गांधी परिवार के चरणों में आप पहुंचा रहे हैं । यही वजह है कि ढाई- ढाई साल के फार्मूले में आपको बंटवारे में मिली कुर्सी सलामत बच गई । छत्तीसगढ़ का भतीजा होने के नाते ओपी ने सूबे के मुखिया से सवाल पूछते हुए कहा कि प्रदेश की करोड़ों छतीसगढ़ी जनता ने आपको 68 जीत सीटें जीतकर तोहफे में दी है । इस वजह से आपकी सरकार को राज्यसभा सदस्य चयन करने का अधिकार मिला । प्रदेश के करोड़ो छत्तीसगढ़िया भाई बहनों की बजाय आपने प्रदेश के बाहरी लोगो को राज्य सभा सदस्य बनाया । पंजाब के के टी एस तुलसी, बिहार से रंजीत रंजन सिंह एवम राजीव शुक्ला को राज्य सभा सदस्य बनाकर आपने छत्तीसगढ़ी महतारी एवं यहां की भोली जनता का घोर अपमान किया है । बिहार का कुख्यात अपराधी हिस्ट्री सीटर राजनीतिज्ञ पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन की कोई राजनैतिक पृष्ठ भूमि नही थी । आपने गैर छत्तीसगढियों का चयन कर यह साबित कर दिया कि आपको छत्तीसगढ़िया वाद से कोई सरोकार नहीं है । आप छत्तीसगढिया वाद का इस्तेमाल केवल अपनी राजनीति चमकाने के लिए करते है । पूर्व में भी आपकी पार्टी ने गैर छत्तीसगढ़ी मोहसिना किदवई को राज्यसभा सदस्य बनाया था । आपने राज्यसभा के लिए केटी एस तुलसी का चयन किया । उन्होंने अपना सर्टिफिकेट लेने हेतु छत्तीसगढ़ आना मुनासिब नहीं समझा ! बल्कि उनका सर्टिफिकेट मंत्री के माध्यम से घर तक पहुंचाया गया । यह छत्तीसगढ महतारी का अपमान है । गुलामी की ओछी मानसिकता की ऐसी मिशाल राजनीति में कभी नहीं देखी गई । छत्तीसगढ़ीया वाद का झूठा दावा भूपेश सरकार को शोभा नहीं देता । राज्य सभा हेतु जिन सम्मानीय लोगो को सदस्य बनाया है उन्होंने आज तक छत्तीसगढ़ में कदम नहीं रखा , इससे बड़ी विडम्बना व राज्यवासियों का अपमान भला और क्या हो सकता है ..?




