रायगढ़ रेल टर्मिनल की मांग खारिज होना दुर्भायजनक-अनिल शुक्ला

लोक लुभावन वादे कर भोली जनता को गुमराह करने वाले नेता ओ पी चौधरी को भी कांग्रेस ने जुमलेबाज बताया

रायगढ़ । रायगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने केंद्र में बैठी भाजपा और प्रदेश की साय सरकार जो खुद को डबल इंजन की सरकार कह बात बात पर खुद ही अपनी पीठ थपथपाती है उस पर निशाना साधते हुए रेल टर्मिनल की बहुप्रतीक्षित मांग के खरिज होने पर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि 1998 की तात्कालीन एन डी ए की सरकार के रेल मंत्री नीतीश कुमार ने रायगढ़ में रेल टर्मिनल का शिलान्यास कर वृहद जनसभा भी की थी जिससे स्थानीय लोगों को महसूस होने लगा था कि बेहतर रेल सुविधाएं इस क्षेत्र के लोगों को मिलने लगेगी पर तब से अब तक इस परियोजना की प्रगति पर कोई ध्यान नहीं दिया गया और 26 सालों से ये मांग सिर्फ कागजों के पन्नों पर ही सिमटती चली गई और खारिज होती रही वही इस मामले को पिछले सत्र में जब रायगढ सांसद राधे श्याम राठिया ने संसद में शून्यकाल में टर्मिनल की मांग को उठाया तो जिस आधार पर रायगढ़ में टर्मिनल की जरूरत को खारिज किया वह सिर्फ टालने वाली बात नजर आती है क्योंकि रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह ने कहा कि रायगढ़ से गोंडवाना और शताब्दी जैसी ट्रेनें पहले से चल रही हैं और जिनके टर्मिनल निजामुद्दीन और गोंदिया में हैं हीं तो इसकी जरूरत रायगढ़ को नहीं है ।
अनिल शुक्ला ने बताया कि हमारे वित्त मंत्री व स्थानीय विधायक ओम प्रकाश चौधरी ने 1 अप्रैल 2024 को रायगढ़ विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में जोरशोर से कहा था कि रेल टर्मिनल की बहुप्रतीक्षित योजना जल्द पूरी हो जाएगी उनकी इस घोषणा पर भी रेलमंत्रालय ने टर्मिनल की मांग को खरिज कर पूर्ण विराम लगा दिया अतएव चौधरी जी से भी निवेदन है कि वे जुमलेबाजी न करें रायगढ वासियों के हक़ की लड़ाई को मजबूती से लड़ सकें तो ही लड़ें अन्यथा झूठे आश्वासन देकर यहां की जनता को गुमराह न करें।
अनिल शुक्ला ने कहा रायगढ अब वृहद रूप ओद्योगिक नगरी का रूप ले चुका है और देश के हर प्रान्त से लोगों का यहां लगातर आना जाना होता है वही यहां से अम्बिकापुर बनारस सारंगढ़ महासमुंद जशपुर जैसे स्टेशनों को जोड़े जाने का प्रयास होना चाहिए , यहां से कोयले डोलोमाइट चुना पत्थर लौह अयस्क जो रेल मार्ग से ही गंतव्यों को जाते है रेल टर्मिनल बन जाने से इनकी निर्बाध सप्लाई हो सके इसलिए यहाँ टर्मिनल जरूरी है। वहीं रेलवे को मालवाहक अत्यधिक आय देने वाले स्टेशन भी इस जिले में ही है।
अनिल शुक्ला ने कहा कि डबल इंजन का ढोल पीटने वाली भाजपा सरकार ने 1998 की अपनी ही सरकार के तात्कालीन सरकार के रेलमंत्री नीतीश कुमार के शिलान्यास की हवा निकाल दी जिसकी किसी ने भी कल्पना नहीं की थी और कहा कि रायगढ़ वासियों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जावेगा व रायगढ़ की जन सुविधा व स्थानीय विकास के लिए यहां के लोगों को रेल टर्मिनल सुविधा मिलनाअति आवश्यक है। रेल मंत्रालय को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए।

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