आदिवासी युवक की निर्ममता पूर्वक पिटाई करने वाले विधायक पुत्र को अभयदान क्यों ?

पूर्व मंत्री ने पुलिस कार्यवाही को बताया अपर्याप्त,उचित न्याय के लिए कल सौपेंगे ज्ञापन ।

सत्ता की रसूख के आगे पुलिस महकमा नतमस्तक

रायगढ । छग के पूर्व मंत्री व आदिवासी मोर्चा के प्रदेश सह प्रभारी सत्यानंद राठिया ने थाने में घुस कर आदिवासी पुलिस कर्मी को बर्बरतापूर्वक पिटाई किये जाने के मामले में स्थानीय विधायक के बेटे को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि थाने में घुसकर आतंक मचाने वाले विधायक पुत्र के खिलाफ एसटीएससी की धाराएं क्यों नही लगाई गई l पुलिस सत्ता के दबाव में काम कर रही है l पुलिस प्रसाशन यह स्पष्ट करे कि इस मामले को किस वजह से सेंसेटिव माना जा रहा है l केवल एफआईआर दर्ज किये जाने को खाना पूर्ति बताते हुए पूर्व मंत्री सत्या नंद राठिया ने कहा प्रशासन सत्ता धारी दल के दबाव में काम कर रहा है l
इसके पूर्व भी विधायक पुत्र के द्वारा मार पीट की घटनाएं की जा चुकी है लेकिन पुलिस से लगातार मिल रहे सरंक्षण व अभयदान की वजह से विधायक पुत्र ने पुनः थाने में घुसकर ने केवल पीड़ित ट्रक ड्राइवर को पिटाई की बल्कि सरकारी सेवा में कार्यरत आदिवासी पुलिस कर्मी को भी बेरहमी से पीटा गया l थाने के अंदर न ही पीड़ित सुरक्षित है न ही पीड़ित व्यक्ति की रक्षा करने वाली पुलिस l बाहर प्रांतों से अपराधियो को पकड़ अपनी पीठ थपथपाने वाली पुलिस बताये कि थाने से चंद मीटर दूरी पर स्थित विधायक निवास से विधायक पुत्र को अब तक गिरफ्तार क्यो नही किया गया ? विधायक पुत्र की दादागिरी को शहर के अमन चैन के लिए बड़ा खतरा बताते हुए भाजपा वरिष्ठ नेता सत्यानंद राठिया ने कहा कि सत्ता के रसूख के आगे पुलिस महकमा नतमस्तक हो गया l

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