पार्टी की आंतरिक लड़ाई में सरकार पर दोषारोपण अनुचित – अनिल शुक्ला

रायगढ ।
रायगढ जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने कहा कि पिछले एक पखवाड़े से रायगढ बीजेपी में अंतर्कलह का माहौल मीडिया में सुर्खियां बटोर रहा है जिसे आमजन डर्टी पोलटिक्स के रूप में देख रहे हैं । पहले नगर अध्यक्ष पर आरोप और उनका इस्तीफा फिर शहर बीजेपी अध्यक्ष पर आरोप ! बहरहाल ये उनके पार्टी का अंदरूनी मामला है ,फिर भी अगर घटनाक्रम को बीजेपी हमारी कांग्रेस पार्टी से जोड़ती हो तो हमारी जवाबदेही तो बनती ही है ।
हमारा इस मामले में देखना ये है कि जब बीजेपी महिला नेत्री ने स्वयं पार्टी हाई कमान के सामने उनके साथ हुई प्रताड़ना का जिक्र किया तब जिला बीजेपी अध्यक्ष ने ये बयान दिया कि पार्टी फ़ोरम में क्यों बात करते हो । करना है तो मुझ पर एफ,आई,आर करो।
जब लिखित शिकायत हो जाती है तो प्रदेश की सुचारू कानून व्यवस्था के तहत पुलिस का प्रथम कर्तव्य होता कि वह किसी भी पिड़िता को इंसाफ दिलाए , इसलिए शिकायत के करीब 3 दिन बाद एफ,आई,आर दर्ज किया जाता है । क्या पुलिस की इसमें कोई गलती नजर आती है या कोई बाहरी दबाव दिखता है ? इसके पश्चात पुनः पार्टी अध्यक्ष उमेश अग्रवाल एक बयान देते हैं जिसमें कहते हैं कि मैंने किसी को पीड़ित किया ये सिद्ध हो जाए तो मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगा। अब खुद को अपने ही चक्रव्यूह में घिरता देख कह रहे हैं कि सत्तापक्ष का दबाव है इसलिए ही एफ,आई,आर हो गया । पुलिस ने एफ,आई,आर क्यों किया ? टी आई को हटाओ वगैहरा वगैहरा यहां तक टी आई का तबादला करने हेतु आज जुलूस निकाल के थाने का घेराव करने पहुंचे कार्यकर्ताओं ने इस हेतु माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विरुद्ध भी नारेबाजी की जो कदापि बर्दास्त करने के योग्य नहीं है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने इसकी पुरजोर निंदा की है व कहा है कि बीजेपी वाले अपनी ही पार्टी की आंतरिक खींचतान और लड़ाई में कांग्रेस सरकार को क्यों बीच मे ला रहे हैं ? ये इनके नेतृत्व की कमी और अल्प बुद्धि का परिचायक है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार हमारी पार्टी व सरकार के विरुद्ध नारेबाजी अपने आंतरिक मामलों में ना करें । यदि पुनः ऐसा किया गया तो भविष्य में क्षमा नहीं किया जाएगा।
उक्ताशय की जानकारी जिला कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री शाखा यादव द्वारा दी गई।