दस वर्षों से बेजुबां परिंदों की तिश्नगी बुझा रहे गोपाल


नि:शुल्क मिट्टी पात्र का वितरण


रायगढ़ । वर्तमान भौतिकवादी सुख की आकांक्षा व रफ्तार भरी जिंदगी में लोगों के लिए आज खुद के साथ तमाम अपनों का ख्याल करना भी परिस्थिति अनुरुप मुश्किल होते जा रहा है। वहीं ऐसे नाजुक हालात में भी कोई विरले ही होते हैं जो जिंदगी की तमाम परिस्थितियों से सामंजस्य बनाते हुए सभी का सहयोग करने में पीछे नहीं रहते साथ ही बेजुबां जीवों के प्रति भी उनका हृदय मानवीय संवेदना, दया अपनत्व व स्नेह के भाव से भरा रहता है। इन्हीं विरले में से एक हैं समाजसेवी गोपाल अग्रवाल जो कि संप्रति जेडआरयूसीसी सदस्य के साथ पर्यावरण जीव संरक्षण के क्षेत्र में भी समर्पित व सक्रिय हैं। श्री अग्रवाल विगत दस वर्षों से गर्मी मौसम शुरूआत होने के पूर्व बेजुबां जीव व परिंदों के दाने पानी के लिए नि:शुल्क मिट्टी के बर्तन का वितरण करते आ रहे हैं। इनके इस नेक कार्य से जहां समाज को मानवता का अमर संदेश मिल रहा है वहीं बेजुबां जीवों व परिंदों को भी नव जीवन मिल रहा है।
जीव – परिंदों का दर्द सहा न गया – समाजसेवी गोपाल अग्रवाल ने बताया कि विगत दस वर्ष पहले ग्रीष्म ऋतु के मौसम में हर कहीं जीवों व परिंदों को दाने – पानी के लिए भटकते देखा उस मंजर को देख मेरा हृदय संवेदना से भर गया और दर्द सहा न गया फिर मैनें संकल्प लिया कि अब हर ग्रीष्म ऋतु के समय में इनके लिए मिट्टी के बर्तन की व्यवस्था कर नि:शुल्क वितरण करना है और उसी वर्ष से इस कार्य में जुट गया। वहीं इस मिट्टी के पात्र को लोग अपने घर के बाहर, बॉलकनी में और छत पर रख सकते हैं जहां आकर मूक मवेशी व परिंदे अपनी भूख प्यास बुझा सकते हैं। मेरे ख्याल से जीवन में अपनों के साथ इनका भी ख्याल रखना जरूरी है वहीं मुझे इस कार्य से आत्मिक खुशी मिलती है।
दस हजार पात्र हो चुका वितरित
श्री अग्रवाल ने बताया कि विगत दस वर्षों के अंतरा ल में लगभग दस हजार मिट्टी के पात्रों का वितरण किया जा चुका है। वहीं दो – तीन वर्ष पहले इसकी संख्या कम थी लेकिन अब हर वितरण की संख्या में वृद्धि हो रही है। बड़े ही हर्ष की बात है कि लोग अब बेजुबां जीवों के प्रति दया भाव रख रहे हैं। वहीं ग्रीष्म मौसम तक बहरहाल इन मिट्टी के पात्रों का वितरण मारवाड़ी पंचायती धर्मशाला में किया जाएगा।
पड़ोसी राज्य भी लेते हैं पात्र – – मारवाड़ी पंचायती धर्मशाला में विगत दस वर्षों से नि:शुल्क मिट्टी के बर्तन का वितरण किया जा रहा है। पहले केवल शहर के लोग ही लेते थे लेकिन अब समाजसेवी गोपाल अग्रवाल के इस नेक कार्य की प्रसिद्ध शहर के अतिरिक्त पूरे राज्य व उड़ीसा के बेलपहाड़, झारसुगुड़ा, राउरकेला, मध्य प्रदेश तक पहुंच चुकी है और लोग बकायदा मारवाड़ी पंचायती धर्मशाला पहुंच कर हर ग्रीष्म ऋतु प्रारंभ के पूर्व नि:शुल्क मिट्टी के बर्तन प्राप्त करते हैं।

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