यूके्रन में फंसे बच्चों की वापसी का मार्ग प्रशस्त
धर्मजयगढ़ के दो विद्यार्थी कफील व शिफा लौटेंगे सकुशल स्वदेश

खरकीव में फंसी सोनाली मिश्रा को लेकर चिंता
रायगढ़ । यूक्रेन में फंसे रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ के डॉ. खुर्शीद खान के बेटे कफील खुर्शीद, बेटी शिफा खुर्शीद अपने साथियों के साथ हंगरी बॉर्डर पर पहुंच चुके हैं। ये बच्चे कल मेट्रो ट्रेन से लवीव स्टेशन पहुंचे थे और वहां से दो बसों के जरीये हंगरी बॉर्डर पर पहुंच गये हैं जो राहत भरी बात है। बॉर्डर पर उनकी कागजी कार्यवाही, वीजा आदि प्रक्रिया भी शुरू हो गयी है। धरमजयगढ़ के छात्रों की शीघ्र ही भारत वापसी होगी।
सोनाली मिश्रा खारकीव में फंसी …
यूक्रेन में रायगढ़ जिले से कितने छात्र पढ़ाई करने जा रखे हैं इसकी अधिकृत सूची तो किसी के पास नहीं लेकिन जैसे जैसे खबरे छप रही है वैसे वैसे बच्चों के परिजन हमसे संपर्क कर रहे हैं। अभी कुछ ही देर पहले रायगढ़ जिले के डोंगरीपाली बरमकेला के आयुर्वेदिक डॉक्टर टीकेलाल मिश्रा ने अपने मित्र डॉक्टर के माध्यम से हमसे संपर्क कर बताया कि उनकी पुत्री सोनाली मिश्रा भी यूक्रेन के खारकीव शहर में फंसी हुई है और बमबारी और फायरिंग के बीच वह भी बंकर में थी। ये वही खारकीव है जहां आज एक भारतीय छात्र की मौत हुई थी। भारतीय छात्र की मौत की खबर आते ही भारत सरकार सक्रिय हो गयी है और सभी छात्रों को सुरक्षित निकलवाने में जुटी हुई है। अभी छात्रा सोनाली मिश्रा को बंकर से हॉस्टल ले जाया गया है और वह सुरक्षित है। अब बताया जा रहा है कि सोनाली के साथ साथ वहां फंसे भारतीय छात्रों को वहां से किसी भी हालत में मेट्रो ट्रेन से पोलैंड बॉर्डर, रोमानिया और हंगरी किसी भी बॉर्डर तक ले जाया जाएगा। छात्र और परिजन ने सभी जानकारी इंडियन एंबेसी को दे दी है।