पिता जिन्हें कोसते रहे , बेटा उन्ही राम का महोत्सव करा रहा – उमेश अग्रवाल

भूपेश सरकार द्वारा आयोजित महा पाखंड को लेकर जिला भाजपा अध्यक्ष की प्रतिक्रिया

कहा – शराब बंदी पर गंगा की झूठी कसम खाने वालों को भगवान राम माफ नही करते….

रायगढ़ । जिले में आयोजित तीन दिवसीय राम महोत्सव पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल द्वारा भगवान राम को लेकर दिए गए बयान का स्मरण कराया जिसमे उन्होंने हिंदुओ के आराध्य भगवान राम पर अपमानजनक टिप्पणी करते हुए सबसे दुष्ट व्यक्ति बताया था । ऐसी अपमान जनक टिप्पणी करने वाले पिता के बेटे भूपेश बघेल राम महोत्सव करा रहे ।उमेश अग्रवाल ने कहा इस तरह भगवान राम के तीन दिवसीय आयोजन से उनके पिता द्वारा भगवान राम को लेकर की गई अपमान जनक टिप्पणी की भरपाई नहीं की जा सकती। भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल द्वारा भगवान राम को लेकर की गई सार्वजनिक टिप्पणी को लेकर उमेश अग्रवाल ने कहा भूपेश बघेल के पिता ने भगवान राम को दुष्ट प्रवृत्ति का व्यक्ति बताया था । भगवान राम के साथ – साथ हिंदू धर्म को भी गलत ठहराया गया। भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल द्वारा भगवान राम को लेकर की गई अपमान जनक टिप्पणी को लेकर आज तक भूपेश बघेल ने हिंदू समाज से माफी नही मांगी है फिर ऐसे आयोजन का क्या औचित्य ?अपनी सत्ता जाते देख राम की शरण मे जाने वाले भूपेश बघेल को पहले आम जनता के सामने यह स्पष्ट करना चाहिए कि राम सेतु के अस्तित्व को लेकर सोनिया गांधी द्वारा दिए गए हलफ नामे को वे सही मानते है या नही ? नंद कुमार बघेल ने माता सीता के वन गमन एवं अग्नि परीक्षा को को लेकर भी विवादित एवम अपमानजनक टिप्पणी की थी। भूपेश बघेल के पिता ने स्पष्ट कहा था कि वे राम को भगवान नही मानते। रावण कुमार को मत मारो किताब का समर्थन करने वाले भूपेश के पिता नंद कुमार बघेल ने भगवान राम को लेकर जो अपमान जनक टिप्पणी की है इसे हिंदू समाज भुला नहीं बल्कि उनकी बाते आज भी हिंदुओ के सीने मे शुल की तरह चुभी हुई है । उसे निकालने की बजाय भूपेश सरकार राम महोत्सव का आयोजन कर दर्द को बढ़ा रही है। भूपेश के पिता लगातार भगवान राम एवम उनसे जुड़े प्रसंगों को लेकर विवादित बयान बाजी करते रहे । भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद भगवान राम के खिलाफ उनकी विवादित टिप्पणी बढ़ती गई । ‘ सैया भए कोतवाल को तो चोर को डर काहे का ‘ इसी तर्ज पर राम महोत्सव का आयोजन कराने वाली भूपेश सरकार को पहले पिता द्वारा राम को लेकर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर सार्वजनिक क्षमा याचना करनी चाहिए। भगवान राम को लेकर भूपेश सरकार “मुंह में राम बगल में छुरी ” वाली राजनीति कर रही । जनता इसे भली भांति समझती है। उमेश अग्रवाल ने स्मरण कराते हुए कहा कि भगवान राम गंगा मईया को पूजते रहे और भूपेश बघेल की सरकार ने सत्ता में आने के पहले गंगा जल की कसम खाकर शराब बंदी का वादा किया और सत्ता आने पर गंगा की कसम को भूल बैठे? बल्कि शराब की घर पहुंच सेवा शुरू कर दी । गंगा मैया की झूठी कसम खाने वालो को भगवान राम माफ नही कर सकते।पिता प्रदेश में घूम घूम कर भगवान राम को लेकर अपमान जनक टिप्पणी करते रहे । सबसे पहले भगवान राम को लेकर पिता – पुत्र के विचारो में सामंजस्य आवश्यक है तभी भूपेश सरकार द्वार राम महोत्सव के आयोजन की सार्थकता सही साबित होगी ।

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