बेरोजगारी के आंकड़ों की झूठी जानकारी दे रहे रोजगार मंत्री उमेश पटेल – ओपी चौधरी

बताया – विधान सभा में झूठी जानकारी एक गलत परंपरा…..
रायगढ़ । विधान सभा में रोजगार मंत्री द्वारा बेरोजगारों के झूठे आंकड़े देने पर ओपी ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि विधान सभा में झूठी जानकारी देना गलत परंपरा की शुरुवात है । बेरोजगारी का मुद्दा संवेदनशील है और इससे जुड़े मामले में मिथ्या जानकारी को लोकतंत्र के लिए अपमानजनक बताते हुए प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा विधान सभा में रोजगार विभाग के मंत्री माननीय उमेश पटेल जी से बेरोजगारी के आंकड़ों संबंधी सवाल पूछा गया तो उन्होंने बेरोजगारी की दर 0.5% बताई लेकिन बेरोजगारों की संख्या बताने मे असमर्थता जताई गई । आश्चर्य की बात यह है कि रोजगार चाहने वालो यूवाओ की पंजीकृत संख्या 18 लाख 78 हजार लिखित में प्रस्तुत की गई । दोनो आकड़ो के विश्लेषण पर गौर करे तो छत्तीसगढ़ की जनसंख्या 3 करोड़ के बजाय 36 करोड़ होती है । बेरोजगारी की दर 0.5% एवम रोजगार हेतु पंजीकृत यूवाओ के आंकड़ों में बड़ा फर्क है इस उत्तर को गलत बताते हुए विभागीय मंत्री उमेश पटेल ने छत्तीसगढ़ के बेरोजगार युवाओं को छला है । भारत की संवैधानिक व्यवस्था के तहत सबंधित विभाग के मंत्री का जवाब पूरे सरकार का जवाब माना जाता है । इस मिथ्या जानकारी हेतु मंत्री उमेश पटेल एवम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को प्रदेश की जनता से माफी मांगते हुए जन घोषणा पत्र में किए गए वादों के अनुसार युवाओ के खाते में बेरोजगारी भत्ते के 13 हजार करोड़ रुपए की राशि जमा करवानी चाहिए ।