पांच – पांच विधायक व मंत्री की क्षमता पर जिला भाजपाध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने लगाया सवालिया निशान

कहा-बदहाल होती शिक्षा व्यवस्था को सुधरवाये मंत्री उमेश पटेल
166 शालाओं में सभी क्लास के सभी बच्चो को सभी विषयों को पढ़ा रहा केवल एक शिक्षक
ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था की दुर्गति देख आत्मानंद की आत्मा भी रोई
रायगढ़ । शिक्षा मंत्री उमेश पटेल के गृह जिले में बदहाल होती शिक्षा व्यवस्था पर चिंता जाहिर करते हुए जिला भाजपाध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने प्रदेश के शिक्षा मंत्री एवम खरसिया विधायक उमेश पटेल से मांग करते हुए कहा कि जिले में बदहाल होती शिक्षा व्यवस्था को अविलंब सुधारे । 166 स्कुलो में केवल एक शिक्षक की मौजूदगी को
बड़ी विडंबना निरूपित करते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष ने कहा जब शिक्षा मंत्री के गृह जिले का यह हाल है तो प्रदेश की बदहाल स्थिति का अंदाज सहज में लगाया जा सकता है । परीक्षाएं निकट आ गई । ग्रामीण इलाकों के साथ साथ शहर से जुड़े स्कुलो में शिक्षक नहीं होने के कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही है । शिक्षक विहीन स्कूल एवम एकल शिक्षक स्कूलो में पिछले चार सालो से रिक्त पड़े पदों की स्थापना नही हो पाना भूपेश सरकार की बड़ी विफलता है । बिना शिक्षक एवम
एक शिक्षक के भरोसे में चल रहे स्कूलों में शिक्षक के पद खाली है लेकिन सरकारी खजाना खाली होने के कारण इन पदों पर नियुक्ति नही की जा रही । शिक्षकों की मांग पूरी नहीं होने की वजह से आंदोलन धरना और रैली विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है । शिक्षा विभाग की जानकारी के अनुसार घरघोड़ा में 19 खरसिया में 11 तमनार में 15 रायगढ़ में 6 पुसौर 7 स्कूल ऐसे थे जो एकल शिक्षक की व्यवस्था में चल रहे है। धरमजयगढ़ में दो लैलूंगा में दो घरघोड़ा में दो तमनार में एक स्कूल में एक भी शिक्षक ही नहीं है । ऐसे 7 स्कूल हैं पिछले 5 माह से स्कूलों में शिक्षक नहीं होने से पढ़ाई प्रभावित हो रही है । सरकार के आदिवासी विरोधी रवैए को उजागर करते हुए उमेश अग्रवाल में कहा धर्मजयगढ़ और लैलूंगा ब्लाक आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है और यही पर सबसे अधिक शिक्षक विहीन स्कूल है । इनकी संख्या धर्मजयगढ़ में 44 और लैलूंगा में 64 है । उमेश अग्रवाल ने कहा नवपस्थ जिलाधीश क्या इस समस्या के तारण हार बनेंगे ? आजादी के अधिकांश समय तक कांग्रेस की सरकार रही और पिछले चार सालो से कांग्रेस की सरकार है । स्कूलों में शिक्षकों को पदस्थापना नही कर पाना जिले के पांच पांच विधायक मंत्री की क्षमता पर सवालिया निशान लगाता है ।