पहले के वादे क्यों नही हुए पूरे ? भाजपाध्यक्ष का शहर सरकार से सवाल

कापी पेस्ट कर बजट पेश कर ने का लगाया आरोप…..
रायगढ़ । जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने शहर सरकार द्वारा बजट पेश किए जाने के पूर्व पहले प्रतिक्रिया देते हुए कहा शहर सरकार पिछले दो वर्षो से कापी पेस्ट कर बजट पेश कर रही है । पूर्व में पेश किए गए बजट में ढेरो ऐसे काम है जो बजट पेश करने के दौरान शो पीस की तरह सजाए जाते है । कांग्रेस सरकार का खजाना खाली होने के साथ साथ सरकार में इच्छा शक्ति का भी अभाव है यही वजह है कि कांग्रेस के मंत्री विधायक महापौर सभापति होने का बावजूद जनता विकास को तरस रही है । जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश ने महापौर से पूछा कि पिछले बजट में सियान सदन के लिए 3.50 करोड़ मल्टी लेवल पार्किंग के लिए 60 लाख रुपए महिला सामुदायिक शौचालय के लिए 30 लाख रुपए नवीन कार्यालय भवन निर्माण हेतु 4 करोड़ रुपए कामकाजी महिला हॉस्टल के लिए 1.50 करोड़ रुपए मोहल्ला क्लिनिक के लिए 2 करोड़ रुपए हौम्योपैथी यूनानी प्राकृतिक चिकित्सा एवं योगा भवन की स्थापना हेतु 60 लाख रुपए सेंट्रल लायब्रेरी हेतु 70 लाख रुपए डाग हाउस हेतु 20 लाख रुपए प्रेस क्लब के लिए 20 लाख रुपए खेल मैदान के लिए 50 लाख रुपए चांदनी चौक सौंदर्यीकरण हेतु 60 लाख रुपए बड़े नालों का चौड़ीकरण एवम सफाई हेतु 1 करोड़ रुपए तालाब सौंदर्यीकरण हेतु 1 करोड़ रुपए, हीरा पारा मंगल भवन हेतु 1 करोड़ रुपए छठ घाट जुटमिल हेतु 25 लाख रुपए चक्रधर नगर क्षेत्र में मंगल भवन हेतु 1 करोड़ रुपए माली दीपा सौंदर्यीकरण हेतु 60 लाख रुपए का प्रावधान किया गया था । विगत वर्ष पेश बजट में किए गए प्रावधानों में क्या प्रगति हुई यह जनता को जानने का अधिकार है । पिछले वर्ष में बजट में इन कार्य का प्रावधान किया गया था जिनमे कोई काम नही हुआ क्या यही कार्य इस वर्ष के बजट में शो पीस की तरह सजाए जाएंगे ?उमेश अग्रवाल ने शहर सरकार के विकास विरोधी बताते हुए कहा सरकार केवल थोथी घोषणाओं के सहारे चल रही है । संजय कॉम्प्लेक्स के लिए आए 14 करोड़ रुपए में एक रुपए भी खर्च नहीं हो पाया । इस हेतु टेंडर जारी हो चुका लेकिन फंड के अभाव एवम टेंडर में आवश्यक कार्य का प्रावधान नही किए जाने की वजह से ठेकेदार कार्य करने का इच्छुक नहीं है । बस स्टैंड के निर्माण का कार्य आगे नही बढ़ पाया । सरकार का खजाना खाली है । उमेश अग्रवाल ने कहा नया बजट पेश कर वाह वाही लूटने की बजाय पुराने बजट में की गई घोषणाओं पर कार्य करना आवश्यक है ।