गरीबों के हक का चावल बिकता रहा, कांग्रेस देखती रही – उमेश अग्रवाल

विधायक बताए गरीबों के हक का चावल किसने खाया ?

रायगढ़ । किसानो गरीबों के हितैषी होने का दावा करने वाली सरकार गरीबों के हक का चावल खुले बाजार में बेच कर खाती रही । गरीबों के हक का चावल बेचने के कार्य की तुलना कफन बेचने से करते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने कहा स्थानीय विधायक को बताना चाहिए कि गरीबों के हक का चावल किसके पेट में गया ? पीडीएस दुकानदारों द्वारा किए गए दस करोड़ राशन घोटाले पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता ने कहा जिले के 7 ब्लॉकों में मौजूद पीडीएस की 136 दुकानों के संचालकों ने करीब 10 करोड़ का राशन हजम कर लिया । अंत्योदय योजना का राशन खुले बाजार में बेच दिया गया । लाक डाऊन की अवधि में गरीब अन्न के एक एक दाने के लिए मोहताज थे । केंद्र की मोदी सरकार ने गरीबों के लिए अतिरिक्त अनाज दिया ताकि लाक डाऊन अवधि के दौरान गरीबों तक अनाज पहुंचाया जा सके लेकिन निरंकुश कांग्रेस सरकार गरीबों के हक के चावल से अपना पेट भरती रही । केंद्र सरकार द्वारा प्रदाय किए गए चावल के भौतिक सत्यापन के आदेश के बाद इस घोटाले का सच सामने आया । मामले में लीपापोती की आशंका जताते हुए उमेश अग्रवाल ने कहा कांग्रेस की सत्ता के दौरान पीडीएस दुकान दारो ने एपीएल बीपीएल अंत्योदय के तहत आने वाले किसी भी हितग्राही नहीं छोड़ा । आवंटित किए गए चावल के वितरण के बाद बचे हुए चावल का रिकार्ड नहीं रखा गया ।
इस पूरे मामले में उमेश अग्रवाल ने खाद्य विभाग की भूमिका को संदेह के कटघरे में खड़ा किया है । इस मामले में संचालकों के खिलाफ एफ आई आर कर संपत्ति कुर्क करने की मांग करते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष ने कहा मामले मे दोषी अफसरों को नही बख्शा जाना चाहिए ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *