जिलाधीश की निरंतर अनुपस्थिति से प्रभावित हो रहे काम

संसोधन हेतु तहसील कार्यालय के चक्कर लगाने विवश किसान – उमेश अग्रवाल
रायगढ़ । 1 नवंबर स्थापना दिवस से धान खरीदी का ढोल पीटने वाली सरकार की जमीनी हकीकत बताते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने कहा जिले के कई विकास खंडों में बहुत से किसानो का पंजीयन तक नहीं हो सका जिससे किसान धान बेचने से वंचित हो गए है l किसानो के पंजीयन का कार्य पहले सोसाइटी के जिम्मे था लेकिन रकबा सहित अन्य संसोधनो का कार्य अंतिम समय में तहसीदारो को दिया गया । जो कार्य सोसाईटी दो माह में नही कर पाई वो कार्य तहसीलदार सप्ताह भर मे कैसे पूरा कर सकते है ? किसानो के जमीन संबंधी सारी जानकारी पटवारियों के पास रहती है पंजीयन व संशोधन का प्रारंभिक कार्य पटवारी स्तर पर किया जाना चाहिए । गिरदावरी संबंधी सारा संसोधन भी पटवारी ही करते है संशोधन संबंधी जानकारी सोसाईटियो को समय रहते नही मिल पाती इसलिए किसानो को भटकना पड़ता है । पटवारियों द्वारा संसोधन की जानकारी विलंब से भेजे जाने के मामले को सरकार का सुनियोजित षड्यंत्र बताते हुए उमेश अग्रवाल ने कहा सरकार किसानों का धान ही नही खरीदना चाहती । जिलाधीश की लगातार अनुपस्थित पर सवाल उठाते हुए उमेश अग्रवाल ने कहा कि उनकी अनुपाथिति से अधीनस्थ कर्मचारी लापरवाह हो गए है । जिसका खामियाजा आम जनता सहित किसानों को भुगतना पड़ रहा है । किसान अपना धान बेचने की आस में दस्तावेजों को दुरुस्त कराने प्रतिदिन तहसील मुख्यालय के चक्कर काट रहे हैं । संसोधन में विलंब का खामियाजा अंततः किसानो को ही भुगतना पड़ रहा है । भाजपा नेता उमेश अग्रवाल ने जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि किसानों को संशोधन हेतु तहसील कार्यालय के चक्कर लगाने से मुक्ति मिलनी चाहिए ।